I
खाली पन्ना रचनाकारों के लिए वह मिट्टी है
जहाँ शब्दों के बीज बोए जाते हैं, चाहे बहुत कम हों,
और उम्मीद होती है कि वहाँ कविताओं के पौधों के अंकुर फूटेंगे।
II
खाली पन्ने पर लिखे शब्द यादों की बारात लेकर आते हैं।
III
रचनाकार शब्दों से खाली पन्ने भरते हैं,
उनके भावार्थ से अक्ल के घोड़े दौड़ते हैं,
जिसे अर्थ समझ आ जाए, उसका मानों वजूद ही खो जाता है।
IV
प्रेरणा कई बार ठिठौली करती है, किस्मत को हमेशा कोसा जाता है
जब खाली पन्ने पर खूबसूरत शब्द लिखकर रचनाकार पन्ने का खालीपन मिटा देते हैं।
V
अगर इस कला में पाठक को रस आए, तो वह सुंदर है। अगर इससे मेरी भूख शांत हो, तो मैं भी तृप्त हूँ।
पर,
अगर इस कला को कभी पढ़ा ही नहीं जाए, किसी को वह मिले पुराने कबाड़ में,
तो वह संवेदनाओं को कम्पित करे, झिंझोड़े
और शायद आखिरी पूर्णविराम में अपना पूरा अर्थ समाए इतराए।